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देवास. औदीच्य ब्राहमण समाज देवास का वार्षिकोत्सव एवं प्रतिभा सम्मान समारोह दिनांक 25 दिसम्बर 2012 को औदीच्य समाज धर्मशाला इटावा देवास में सानन्द सम्पन्न हुआ । मुख्य अतिथि श्री रघुनन्दन जी शर्मा, राज्य सभा सदस्य एवं अध्यक्ष अ;भा;औदीच्य महासभा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री प्रकाशचन्द्र जी दुबे,अध्यक्ष अ; भा; औदीच्य महासभा म; प्र; ने की । विशेष अतिथि श्री उदयसिंह जी पण्डया,वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अ; भा; औदीच्य महासभा , श्री रमेशचन्द्र जी पण्डया, पूर्व एसडीएम उज्जैन, डा; श्री मधुसूदन जी व्यास उज्जैन, उपाध्यक्ष अ; भा; औदीच्य महासभा मप्र ईकाई, श्री सत्यनारायण जी त्रिवेदी, अध्यक्ष अ; भा; औदीच्य महासभा जिला उज्जैन ग्रामीण, श्री मोहनलाल जी जोशी नरवर , अध्यक्ष महामालव धर्मशाला क्षीरसागर उज्जैन , श्री सुरेशचन्द्र जी उपाध्याय ,अध्यक्ष रामोत्सव पारमार्थिक न्यास उज्जैन, श्री सुधीर आचार्य,डी; ई; एमपीईबी देवास , श्री अनोखीलाल जी पण्डया , अध्यक्ष अ; भा; औदीच्य महासभा जिला देवास, श्री मोतीलाल जी व्यास, भू;पू;अध्यक्ष औदीच्य समाज देवास, थे। सर्वप्रथम अतिथियों व्दारा दीप प्रज्वलन कर श्री गोविन्द माधव भगवान का पूजन किया । इसके पश्चात सभी अतिथियों का पुष्पहार पहना कर सम्मान किया गया ।
श्री किशोर पण्डया, अध्यक्ष औदीच्य समाज देवास व्दारा ,समाज एवं धर्मशाला के कार्यो का प्रगति प्रतिवेदन पुस्तुत करते हुवे भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। कोषाध्यक्ष श्री जगदीश नारायण उपाध्याय,व्दारा आय व्यय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया । इसके बाद सामाजिक सेवा,में अपना सक्रिय योगदान देने वाले वरिष्ठजनों का शाल श्रीफल भेंटकर सम्मान किया । साथ ही प्रतिभाशाली छात्र,छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं सम्मान राशि देकर सम्मानित किया । सभी अतिथियों को भी शाल श्रीफल से सम्मानित किया गया । इस अवसर पर श्री सोहन पण्डया उज्जैन को जिनके व्दारा विश्वविख्यात गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजम की 125 वी जयंती के अवसर पर वैदिक गणित एवं प्राथमिक कक्षाऐं विषय पर पेपर प्रस्तुतीकरण के साथ शोधपत्र का वाचन उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान भोपाल में आयोजित राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में करते हुए व्दितीय स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया ।
अतिथि उदबोधन में श्री सत्यनारायण जी त्रिवेदी, श्री रमेशचन्द्र जी पण्डया, श्री सुरेशचन्द्र जी उपाध्याय, डा;श्री मधुसूदन जी व्यास, श्री प्रकाशचन्द्र जी दुबे, श्रीमती बसन्ती देवी त्रिवेदी ने समाज में हो रही सामाजिक गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए, आगे हम और कौनसी गतिविधीयों विशेषकर के माध्यम से समाज में महिला और युवा शक्ति को आगे बढा सकते है, आदि कई महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डाला । डा;मधुसूदन जी व्यास ने अ;भा;औदीच्य महासभा की ब्लागसाईड एवं पेज पर डाली जाने वाली जानकारीयों के संबंध में विस्त़त रूप से प्रकाश डाला ।
अन्त में विशेष अतिथि श्री रघुनन्दन जी शर्मा ने अपनी ओजस्वी वाणी में समाज जनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज समाज में सामूहिक स्वरूप में जो गतिविधयां संचालित हो रही है वे प्रशंसनीय है किन्तु आगे भी इन्हे निरन्तर और सक्रियता से जारी रखना होगा। महासभा के विकेन्द्रीकरण और सदस्यता अभियान के संबंध में विस्तार से चर्चा की । आपने श्री बसन्ती बाई त्रिवेदी,अध्यक्ष अ;भा;औदीच्य महासभा महिला संगठन जिला देवास ने बच्चों के पहनावे पर दिये गये विचार से सहमति जताते हुऐ अभिभावकों को सचेत कर कहा कि बच्चों को सात्विक वेश भूषा में रहने के लिए प्रेरित करना चाहिए किन्तु आज बच्चे राजसी याने पाश्चात्य सभ्यता का अनुकरण करने लगे है जिसके दुष्परिणाम हमारे सामने दिखाई दे रहे है। आपने अभिभावकों से निवेदन किया कि वे पढने वाले बच्चों को कदापि मोबाईल की सुविधा उपलब्ध नहीं करावे क्योंकी इसके कारण बच्चों व्दारा भावुकता में गलत निर्णय लेने से माता पिता और परिवार को अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड रहा है । इस कर्णपिशाचिनी यन्त्र के कई दुष्परिणाम सामने आ रहे है। इसके व्दारा पारिवारिक स्थिति भी छिन्न भिन्न हो रही है । सदुउपयोग और दुरूपयोग दोनों के लिए मोबाईल का उपयोग करने वाले स्वयं जिम्मेदार हैं ।
कार्यक्रम का संचालन श्री जगदीश शर्मा ,संपादक औदीच्य समाज समाचार पत्र देवास व्दारा किया गया । कार्यक्रम के आयोजक थे,श्री किशोर पण्डया,अध्यक्ष औदीच्य समाज देवास,श्री महेन्द्र व्यास,अध्यक्ष नवयुवकमण्डल एवं श्रीमती बसन्ती बाई त्रिवेदी अध्यक्ष महिला मंडल । आभार प्रदर्शन श्री सुभाषचन्द्र पण्डया हेबतपुरा व्दारा किया गया । भोजनोपरान्त कार्यक्रम समाप्त हुआ।
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