नागदा में '' औदीच्य समाज दर्पण'' पत्रिका विमोचन एवं सम्मान
समारोह सम्पन्न [30/12/12]
''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''''
चम्बल नदी के तट पर स्थित
राजा जनमेजय की नगरी, नागदा
तथा तहसील खाचरोद एवं आसपास के ग्रामों में औदीच्य समाज का बाहुल्य होकर इन
दोनों तहसीलों में सामाजिक गतिविधियां एवं आयोजन सदैव होते रहते है । इसी कडी में
अ;भा;औदीच्य महासभा की तहसील ईकाई नागदा,के अध्यक्ष श्री सुभाष्। व्यास एवं खाचरोद के तहसील अध्यक्ष श्री सत्यनारायण
जी शर्मा तथा जिला प्रचार मंत्री ,
संपादक श्री दिनेश शर्मा एवं कार्यकारिणी सदस्यों के अथक प्रयास से
दोनों तहसीलों में निवास कर रहे औदीच्य समाज के परिवारों का विवरण '' औदीच्य समाज दर्पण'' पत्रिका में समाहित किया
जाकर दिनांक 30
दिसम्बर 2012
रविवार प्रात 11
बजे नागदा में परिवार विवरण पत्रिका के विमोचन एवं प्रतिभाओं के सम्मान का
कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रघुनंदन जी शर्मा ,
राष्ट्रीय अध्यक्ष अ;
भा;
औदीच्य महासभा एवं सदस्य राज्यसभा ,
कार्यक्रम के
अध्यक्ष श्री प्रकाश जी दुबे ,
प्रदेशाध्यक्ष अ;
भा;
औदीच्य महासभा म;
प्र;
इकाई ,
विशेष अतिथि श्री शिवनारायण जी जागीरदार
विधायक उज्जैन दक्षिण,
श्री हीरालाल जी त्रिवेदी,
मुख्य सचिव राजस्व मप्र शासन ,
श्री हरिभाई जी
आचार्य ,
प्रमुख औदीच्य ब्रहम समाज उत्तर
गुजरात,
श्री अविनाश भाई
ठाकर ,
उप प्रमुख्ा औदीच्य
ब्रहम समाज उत्तर गुजराज एवं पुमुख औदीच्य ब्रहम समाज सिध्दपुर,
श्री मोहन दवे ,
अध्यक्ष अ;
भा;
औदीच्य महासभा महाराष्ट
प्रान्त ,
श्री
रवि जी ठक्कर,
प्रदेश
महामंत्री औदीच्य महासभा एवं उप महाप्रबन्धक अपेक्स बैंक ,
श्री भगवान जी शर्मा ,
राष्ट्रीय संगठन मंत्री औदीच्य महासभा ,
पटेल श्री सत्यनारायण जी त्रिवेदी अध्यक्ष्ा उज्जैन जिला ग्रामीण,
पं;
श्री सोहन भटट अध्यक्ष् उज्जैन शहर,
श्री मोहनलाल जी जोशी ,
प्रसिध्द उधोगपति एवं अध्यक्ष महामालव औदीच्य धर्मशाला क्षीरसागर
उज्जैन,
श्री
कमल जी उपाध्याय अध्यक्ष. जिला ग्रामीण युवा इकाई उज्जैन थे । औदीच्य समाज के
वरिष्ठ एवं सम्माननीय डॉ;
श्री लक्ष्मीनारायण जी पाण्डे ,
पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष औदीच्य महासभा एवं सर्वाधिक बार
निर्वाचित सांसद तथा श्री वासुदेव जी रावल ,
सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी अ;
भा;
औदीच्य
महासभा एवं से;
नि;
उप पुलिस अधीक्षक जिनको
उनके विशिष्ट सामाजिक योगदान के लिये सम्मानित किया जाना था ,
भी उपस्थित थे।
सर्वप्रथम सम्माननीय
अतिथियों व्दारा इष्टदेव श्री गोविन्द माधव के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप ज्योति
प्रज्वलित की। श्री सोहन भटट एवं सदस्यों व्दारा स्वस्ति वाचन किया गया। ततपश्चात
समस्त अतिथियों का पुष्पहार पहना कर हार्दिक स्वागत किया गया ।श्री चंद्रशेखर
जी दवे ने सभी अतिथियों का शाब्दिक स्वागत किया गया। समस्त अतिथियों का स्वागत श्याम सुंदर
भट्ट, केलाश शर्मा, ईश्वर लाल भट्ट, शंकरलाल जोशी, सुरेश शर्मा,
दिनेश शर्मा, केदार प्रसाद शर्मा, दिनेश
व्यास, जितेंद्र जोशी, संजय ठाकुर, जसवंत सिंह व्यास, घनश्याम दवे, मोहन लाल उपाध्याय, राधेश्याम जोशी, रणजीत सिंह व्यास, रामलाल पण्ड्या, यादवलाल शर्मा, सिद्धनाथ पाठक, प्रह्लाद सिंह व्यास, गोविद सिह पण्ड्या, रामेश्वर व्यास, भेरुलाल पटेल, जगदीश उपाध्याय, जगदीश शर्मा,
सुभाष पंडया, चंदन सिंह, सत्यनारायन
जोशी, दिनेश मेहता, गोवर्धन लाल अवस्थी, निरंजन मेहता, श्याम लाल शर्मा, मुन्नालाल भट्ट, शिवनारायण शर्मा आदी ने किया।

स्वागत,
वन्दन के उपरान्त नागदा
महासभा के अध्यक्ष सुभाष चंद्र व्यास, प्रचार मंत्री दिनेश
शर्मा, एवं खाचरोद महासभा अध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा ने डा;
श्री लक्ष्मीनारायण जी पाण्डे एवं श्री वासुदेव जी रावल का उनके सामाजिक,
प्रशासनिक एवं राजनैतिक क्षेत्र में विशिष्ठ योगदान
के लिऐ शाल श्रीफल एवं सम्मान पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। श्री वासुदेव जी
रावल के सम्मान पत्र का वाचन श्री सोहन भटट एवं श्री पाण्डे जी के सम्मान पत्र
का वाचन श्री सुन्दरलाल जोशी ने किया। समाज सेवा में अपने विशिष्ट
योगदान के लिए समाज के व्रध्दजनों का जिन्होने समाज की सेवा तन,
मन और धन के करते हुवे अपने अनुभवों का लाभ नई पीढी को दिया,
आदि
को शाल श्रीफल एवं स्म्रति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। पूनम
चंद्र पटेल, देवी लाल शर्मा ब्राह्मण खेड़ी,
त्र्यंबकलाल पण्ड्या, जुगल किशोर आचार्य, ईश्वर लाल व्यास, राम चंद्र शर्मा, कांतिलाल आचार्य, शंकर लाल त्रिवेदी, आंबाराम जोशी, गेंदा लाल पण्ड्या, दुलीचन्द्र त्रिवेदी, प॰ लक्ष्मी नारायण राजोटा, का शाल श्रीफल व स्म्रती चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। सम्मान की अनवरत चलने वाली इस कडी में श्री सोहनलाल
पण्डया उज्जैन को विश्वविख्यात गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजम की 125
वी जयंती के अवसर पर राज्यस्तरीय
प्रतियोगिता ''
वैदिक
गणित एवं प्राथमिक कक्षाए''
विषय में व्दितीय स्थान प्राप्त करने पर शाल श्रीफल से सम्मानित
किया गया। श्री चंद्रशेखर जी दवे नागदा को उनकी ज्योतिषीय
विव्दता एवं सामाजिक सेवा के लिए सम्मानित किया गया । विभिन्न परीक्षाओं में 80
प्रतिशत से अधिक अंक
प्राप्त करने वाले प्रतिभावान विध्यार्थियो कु॰ वेष्णवी
रावल, कु॰ शिवानी शर्मा, अनुज शर्मा, नितेश शर्मा, अंकित त्रिवेदी,
निखिल जोशी, कु॰ गोरी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया
गया। सभी अतिथियों व्दारा नागदा खाचरोद में बसे औदीच्य
परिवारों की जानकारी की सम्मिलित विवरण पुस्तिका औदीच्य दर्पण का विमोचन किया
गया। नवगठित तहसील एवं युवा ईकाई की कार्यकारिणी के सदस्यों को श्री रघुनन्दन जी
शर्मा व्दारा कर्त्तव्य निष्ठा की शपथ दिलाई गई ।
अतिथि उदबोधन में श्री सोहन
भटट,
श्री भगवानसिंह
शर्मा,
श्री रवि ठक्कर,
श्री हरिभाई जी आचार्य,
श्री अविनाश भाई ठाकर श्री वासुदेव जी रावल,
श्री लक्ष्मीनारायण जी पाण्डे,
श्री शिवनारायण जी ने श्री
प्रकाश जी दुबे ने सामाजिक संगठन को मजबूत कर महासभा के सदस्य बनाने,
सामूहिक विवाह,
परिचय सम्मेलन एवं यज्ञोपवित करने की बात कही। श्री सत्यनारायण जी
त्रिवेदी जिन्होने मालवा क्षेत्र में सामाजिक चेतना को जाग्रत किया है ने जिला
इकाई व्दारा माह जनवरी 2012
से दिसम्बर 2012
तक किये गये सामाजिक आयोजनों की विश्लेषणात्मक जानकारी प्रस्तुत
की। सभी ने औदीच्य दर्पण के संकलन,सम्पादन, के लिए दिनेश शर्मा को बधाई दी ओर सराहना की। सहस्र
औदीच्य ब्राह्मण समाज उत्तर गुजरात के हरी भाई ने कहा की ब्राह्मणो का दायित्व हे, की वह देव सन्स्क्रती को जीवित रखे। दान दे, वेद
पड़े, ओर यज्ञ करे, ओर यज्ञ करवाए। अविनाश
भाई ने कहा में अपने परिवार के बीच आकार बहुत प्रसन्न हूँ। क्योंकि हम सब एक स्थान
सिद्धपुर के निवासी हें। औदीच्य दर्पण के प्रकाशन के लिए संपादक दिनेश शर्मा को
पूरे गुजरात समाज की ओर से बधाई दी। अविनाश भाई ठाकुर एवं हरिभाई आचार्य ने
प्रतिभा शाली विध्यार्थियों के लिए रु॰ 5100/- की राशि प्रदान करने की घोषणा की।
 |
औदीच्य दर्पण का एक प्रष्ट, आंतरिक दर्शन। |
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रघुनन्दंन जी शर्मा सा;
ने अपने प्रभावी उदबोधन में बताया कि अ;
भा;
औदीच्य महासभा के संशोधित संविधान को तैयार कर महासभा के सम्मेलन
में उसकी प्रतियां सभी सदस्यों को वितरित की जाकर अनुमोदित करवाया गया। इसके बाद
भोपाल,
इन्दौर के रजिस्ट्रार कार्यालयों में पूराने संविधान की फाईल प्राप्त करने के प्रयास
किए गये किन्तु यहां पंजीकरण नहीं होने से फाईल नहीं मिली । दिल्ली रजिस्ट्रार कार्यालय में मैने स्वयं अपने पीए के साथ जाकर सारा रेकार्ड देखा
जो तत्समय अनुपलब्ध रहा । मेहनत और सतत प्रयास कभी भी विफल नही होते हैं । दो
दिन बाद ही संविधान की पुरानी फाईल उपलब्ध हो गई । आवश्यक सभी कार्यवाही करने के
उपरान्त अब शीघ्र ही संशोधित संविधान को मंजुरी मिल जायेगी। आपने अपने कार्यकाल
में हुए महासभा के अखिल भारतीय स्वरूप के विकेन्द्रि करण राजस्थान,
महाराष्ट्र,
गुजरात,
मध्यप्रदेश आदि प्रान्तों में करने,
महिला और युवा संगठनों आदि के बारे में विश्लेषणात्मक
जानकारी दी। आपने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मात्रशक्ति ने ही धर्म और
संस्क्रति को बचाया है । उन्हे सामाजिक बुराईयों को दूर करने में भी आगे आना
होगा। तहसील स्तर तक सामाजिक आयोजनों की श्रखंला बनाते हुए सतत आयोजन किए जावे
ताकि समाज संगठित हो सके। आपने गुजरात प्रान्त के अध्यक्ष से कहा कि ब्रहम समाज
के 15
सदस्यों के नाम
भेजें ताकि हम उन्हे कार्यकारिणी में सम्मिलित कर सकें । निश्चित रूप से वर्तमान
अध्यक्ष् श्री रघुनंदन जी शर्मा की प्रभावी तथा अनुशासित कार्यशैली के कारण
असंभव कार्य संभव हो सका। उनके व्यक्तित्व और बुध्दिचातुर्य की दाद देना पडेगी
जिसके कारण उन्होने महासभा का अखिल भारतीय स्तर तक फैलाव कर दिया ।
कार्यक्रम का संचालन श्री
सुन्दरलाल जी जोशी एवं श्री चंद्रशेखर जी
दवे नागदा व्दारा प्रभावी शैली में किया गया। उज्जैन
दक्षिण विधायक श्री शिवनारायण जी जागीरदार ने आभार प्रदर्शन किया।
======================================================================
===========================================================
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें